logo
अल्लाह के नाम से जो बड़ा कृपाशील अत्यन्त दयावान है।
بِسْمِ اللهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ
إِذَا السَّمَاءُ انشَقَّتْ |1|84
जबकि आकाश फट जाएगा, 
وَأَذِنَتْ لِرَبِّهَا وَحُقَّتْ |2|84
और वह अपने रब की सुनेगा, और उसे यही चाहिए भी। 
وَإِذَا الْأَرْضُ مُدَّتْ |3|84
जब धरती फैला दी जाएगी।
وَأَلْقَتْ مَا فِيهَا وَتَخَلَّتْ |4|84
और जो कुछ उसके भीतर है उसे बाहर डालकर ख़ाली हो जाएगी।
وَأَذِنَتْ لِرَبِّهَا وَحُقَّتْ |5|84
और वह अपने रब की सुनेगी, और उसे यही चाहिए भी।
يَا أَيُّهَا الْإِنسَانُ إِنَّكَ كَادِحٌ إِلَىٰ رَبِّكَ كَدْحًا فَمُلَاقِيهِ |6|84
ऐ मनुष्य! तू मशक़्क़त करता हुआ अपने रब ही की ओर खिंचा चला जा रहा है और अन्ततः उससे मिलने वाला है। 
فَأَمَّا مَنْ أُوتِيَ كِتَابَهُ بِيَمِينِهِ |7|84
फिर जिस किसी को उसका कर्म-पत्र उसके दाहिने हाथ में दिया गया,
فَسَوْفَ يُحَاسَبُ حِسَابًا يَسِيرًا |8|84
  तो उससे आसान, सरसरी हिसाब लिया जाएगा
وَيَنقَلِبُ إِلَىٰ أَهْلِهِ مَسْرُورًا |9|84
और वह अपने लोगों की ओर ख़ुश-ख़ुश पलटेगा।
وَأَمَّا مَنْ أُوتِيَ كِتَابَهُ وَرَاءَ ظَهْرِهِ |10|84
और रहा वह व्यक्ति जिसका कर्म-पत्र (उसके बाएँ हाथ में) उसकी पीठ के पीछे से दिया गया,
فَسَوْفَ يَدْعُو ثُبُورًا |11|84
 तो वह विनाश (मृत्यु) को पुकारेगा,
وَيَصْلَىٰ سَعِيرًا |12|84
 और दहकती आग में जा पड़ेगा।
إِنَّهُ كَانَ فِي أَهْلِهِ مَسْرُورًا |13|84
वह अपने लोगों में मग्न था,
إِنَّهُ ظَنَّ أَن لَّن يَحُورَ |14|84
उसने यह समझ रखा था कि उसे कभी पलटना नहीं है।
بَلَىٰ إِنَّ رَبَّهُ كَانَ بِهِ بَصِيرًا |15|84
क्यों नहीं, निश्चय ही उसका रब तो उसे देख रहा था! 
فَلَا أُقْسِمُ بِالشَّفَقِ |16|84
अतः कुछ नहीं, मैं क़सम खाता हूँ सांध्य-लालिमा की,
وَاللَّيْلِ وَمَا وَسَقَ |17|84
  और रात की और उसके समेट लेने की,
وَالْقَمَرِ إِذَا اتَّسَقَ |18|84
और चन्द्रमा की जबकि वह पूर्ण हो जाता है,
لَتَرْكَبُنَّ طَبَقًا عَن طَبَقٍ |19|84
  निश्चय ही तुम्हें मंज़िल पर मंज़िल चढ़ना है।
فَمَا لَهُمْ لَا يُؤْمِنُونَ |20|84
  फिर उन्हें क्या हो गया है कि ईमान नहीं लाते?
وَإِذَا قُرِئَ عَلَيْهِمُ الْقُرْآنُ لَا يَسْجُدُونَ ۩ |21|84
  और जब उन्हें कुरआन पढ़कर सुनाया जाता है तो सजदे में नहीं गिर पड़ते?
بَلِ الَّذِينَ كَفَرُوا يُكَذِّبُونَ |22|84
  नहीं, बल्कि इनकार करनेवाले तो झुठलाते हैं,
وَاللَّهُ أَعْلَمُ بِمَا يُوعُونَ |23|84
हालाँकि जो कुछ वे अपने अन्दर एकत्र कर रहे हैं, अल्लाह उसे भली-भाँति जानता है।
فَبَشِّرْهُم بِعَذَابٍ أَلِيمٍ |24|84
अतः उन्हें दुखद यातना की मंगल सूचना दे दो।
إِلَّا الَّذِينَ آمَنُوا وَعَمِلُوا الصَّالِحَاتِ لَهُمْ أَجْرٌ غَيْرُ مَمْنُونٍ |25|84
अलबत्ता जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उनके लिए कभी न समाप्त होनेवाला प्रतिदान है।